स्वच्छता अभियान २०२३
माननीय मुख्य न्यायाधीश, उत्तराखण्ड उच्च न्यायालय, नैनीताल के मार्गदर्शन में उत्तराखंड राज्य में और माननीय जिला न्यायाधीशों के नेतृत्व में उत्तराखंड के सभी जिलों में १८ जून, २०२३ (रविवार) को) प्रातः ०८:०० बजे से चार घंटे तक “स्वच्छता अभियान” का आयोजन किया गया। सभी न्यायिक अधिकारीगण, बार के सदस्य, जिला और तालुका न्यायालयों के अधिकारीगण और कर्मचारीगण, अन्य सरकारी विभागों के अधिकारीगण और कर्मचारीगण, छात्र-छात्राएं, एनसीसी/एनएसएस कैडेट, पर्यावरण मित्र, सफाई नायक, सामाजिक कार्यकर्ता, गैर सरकारी संगठन, और पीएलवी ने इस कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग लिया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण चमोली द्वारा ड्राइंग/पेंटिंग/स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया तथा छात्र-छात्राओं द्वारा तैयार किये गये ड्राइंग/पेंटिंग/स्लोगन को न्यायालय परिसर में प्रदर्शित किया गया। अभियान की शुरुआत कोर्ट परिसर में एकत्रित होकर, गांधीजी की प्रतिमा पर माला चढ़ाकर की गई। तत्पश्चात पुरस्कार एवं ट्राफी वितरण कार्यक्रम हुआ। पर्यावरण मित्र, सफाई नायक, छात्रों/प्रतियोगिताओं के विजेताओं और गैर सरकारी संगठनों को सम्मानित किया गया।
इसके पश्चात “स्वच्छता शपथ” ली गई और “राष्ट्रगान” गाया गया।
श्रमदान का शुभारंभ जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाने के साथ शुरू हुआ, दो टीमें बनाकर पेट्रोल पंप तिराहा, जीरो बैंड, अस्पताल रोड, चमोली टैक्सी स्टैंड चौक और पुलिस लाइन से होते हुए अपर नैग्वाड़ की ओर बढ़ीं, जहां से एक टीम नय बस स्टेशन होते हुए गोपेश्वर मंडल बाईपास रोड की ओर बढ़ी। स्वच्छता पर पोस्टर/बैनर/नारे प्रदर्शित किए गए, नारे लगाए गए और स्वच्छता के प्रति प्रतिबद्धता और भागीदारी को दोहराने के लिए आम जनता के बीच पर्चे वितरित किए गए ताकि लोगों में अपने परिवेश को साफ रखने के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा की जा सके और कचरे के सही प्रकार से प्रबंधन के लिए पहल की जा सके। । रैली के दौरान सफाई और कूड़ा-कचरा इकट्ठा किया गया। पेट्रोल पंप तिराहा और चमोली टैक्सी स्टैंड चौक पर अलग-अलग समूहों ने नुक्कड़ नाटक भी प्रस्तुत किया। दो चिन्हित स्थलों पर वृक्षारोपण अभियान भी चलाया गया। कार्यक्रम का समापन माननीय जिला न्यायाधीश के संदेश एवं अनुमति से जिला पंचायत भवन गोपेश्वर में सांस्कृतिक कार्यक्रम, जलपान एवं चाय के साथ हुआ। सिविल न्यायालय कर्णप्रयाग, सिविल न्यायालय गैरसैंण, सिविल न्यायालय थराली, सिविल न्यायालय जोशीमठ तथा सिविल न्यायालय पोखरी में भी स्वच्छता अभियान चलाया गया। रैली के दौरान सफाई और कचरा एकत्र करते समय बीच रास्ते में कई टन प्लास्टिक, पॉलिथीन, कांच और अन्य कचरा उठाया गया और डंप जोन में डाला गया।
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सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग किसी भी स्तर पर नहीं किया जाए।
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आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय, भारत सरकार के “स्वच्छता ऐप” के बारे में जागरूकता फैलाएं।
(नगर निगमों को शहर में अस्वच्छ क्षेत्रों का पता लगाने और आवश्यक कदम उठाने में मदद करने के लिए नागरिकों द्वारा स्वच्छता ऐप और पोर्टल का उपयोग किया जाए।).
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solidwaste[dash]complaint[at]uk[dot]gov[dot]in
(यह ई-मेल माननीय उत्तराखंड उच्च न्यायालय के निर्देश पर स्थापित किया गया है, जिस पर जनता राज्य के किसी भी हिस्से में एकत्र किए गए लेकिन हटाए नहीं गए ठोस कचरे के बारे में शिकायत कर सकती है, चाहे वह शहरी सीमा के अंदर हो या ग्रामीण/वन क्षेत्रों में हो।).
प्रतिज्ञा का स्वरूप:-
मैं यह प्रतिज्ञा करता हूं-
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मैं स्वच्छता के प्रति वचनबद्ध रहूंगा और इसके लिए समय दूंगा।
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मैं स्वयं से, अपने परिवार से, अपने मोहल्ले से और अपने कार्यस्थल से स्वच्छता की पहल करूंगा।